भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय स्वच्छता सम्मेलन में केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने अफसरों की जमकर खिंचाई की है. इस दौरान उन्होने अधिकारियों के काम टालने वाली आदतों के प्रति नाराजगी दिखाई.
केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री ने कहा कि प्लास्टिक स्वच्छता का सबसे बड़ा शत्रु है. लोगों को चाहिए कि वे सड़क पर किसी भी प्रकार का प्लास्टिक का सामान और पॉलीथीन नहीं फेंकें. प्लास्टिक और पॉलीथिन ऐसा वरदान लेकर आए हैं कि ब्रह्मा मर जाएं लेकिन ये खत्म नहीं होते. इस कार्यक्रम में प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि दो अक्टूबर 2018 तक मध्यप्रदेश ओडीएफ हो जाएगा. मुखयमंत्री ने भी प्लास्टिक से हो रहे नुकसान से अवगत कराया. उमा भारती ने कहा कि कुछ आईपीएस और आईएएस अफसर ऐसे हैं जो खुद को ईमानदार बताते हैं लेकिन काम को टालने के लिए नियमों का हवाला देकर कह देते हैं यह काम नहीं होगा.
राज्य स्तरीय स्वच्छता सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ भी की उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वच्छता को अभियान बनाया था और उसके बाद दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेता नरेंद्र मोदी ने इसे मिशन बनाया.
राज्य के पिछड़े जिलों पर रहेगी प्रधानमंत्री की नजर