इलाहबाद: केंद्र सरकार द्वारा सख्त चेतावनी दिए जाने के बाद भी देश में मुर्तिया तोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अभी उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से दलितों के आराध्य डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा तोड़ने का मामला सामने आया है. यहाँ त्रिवेणीपुरम के झूंसी में कुछ अज्ञात लोगों ने भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को क्षति पहुंचाई है.
घटना की सुचना मिलते ही पुलिस ने घटना स्थल पर पहुँच कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कर ली है. हालांकि मूर्ति तोड़ने की यह घटना कब हुई इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है, पुलिस का अनुमान है कि रात के अंधेरे में उपद्रवियों ने इस घटना को अंजाम दिया होगा. गौरतलब है कि 2 दिन पहले ही योगी सरकार ने बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम के साथ उनके पिता का नाम जोड़ने के फैसले का ऐलान किया था. जिसपर कुछ लोगों ने आपत्ति भी जताई थी.
आपको बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के ही आजमगढ़ जिले में बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ी गई थी, तमिलनाडु के चेन्नई शहर से भी डॉ अम्बेडकर की मूर्ति पर कालिख पोतने की घटना सामने आ चुकी है. मूर्तियां तोड़े जाने की शुरुआत सबसे पहले त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति से हुई थी जिसके बाद अलग-अलग इलाकों से ऐसी खबरें आने लगी. उसके बाद पेरियार की मूर्ति और कोलकाता में महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया था. मूर्तियां तोड़े जाने के पीछे उपद्रवियों की मंशा अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है, हालांकि कुछ बयानों के अनुसार इसे विरोध जताने का तरीका बताया जा रहा है.
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