लखनऊ: कुछ समय पहले यूपी के किसानों ने सरकार का विरोध करते हुए लखनऊ में विधानसभा और सीएम हाऊस के बाहर आलू फेंके थे. जिसके चलते यूपी का सियासी पारा गर्म हो गया था. साथ ही मामले को तूल पकड़ता देख आरोप -प्रत्यारोप राजनीति की भी शुरू हो गई थी. बल्कि अब इस मामले में एक नया एंगल सामने आ रहा है. जिसको लेकर कहा जा रहा है कि आलू को किसान नहीं बल्कि सामाजवादी पार्टी के नेताओं ने फेंकने है .जिनको पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
लखनऊ पुलिस के मुताबिक़ कुछ दिन पहले किसानों ने विधानसभा सहित मुख्यमंत्री निवास के सामने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए आलू को फेंके गए थे. जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही थी. जिसमें सामने आया है कि लालू फेंकने का काम सपा के दो नेताओं ने किया गया है जिसके आधार पर पुलिस ने इस मामले में कन्नौज से सपा के दो नेताओं को गिरफ्तार किया है. साथ ही ये बात भी कहीजा रही है कि आलू फेंकने की योजना अखिलेश यादव के दो करीबी नेताओं ने मिल कर बनाई थी. जिसके सहारे योगी सरकार को बदनाम किए जाने का प्लान था.
साथ ही पुलिस ने ये भी बताया कि सपा के बड़े नेताओं ने ये काम कन्नौज के प्रदीप सिंह और अंकित सिंह को दिया गया. जिसका खुलासा सीसीटीवी कैमरों को तस्वीरों में हुआ है जिसमें वे गाड़ी से उत्तरकर आलू फेंकते दिख रहे है वहीं उनके मोबाइल फ़ोन की लोकेशन भी इस पूरे खेल से परदा उठा रही है. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में समाजवादी पार्टी के एक नेता और उनकी फॉर्चूनर गाड़ी को पकड़ लिया है.
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