नई दिल्ली : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए एसआई ) द्वारा ताज की सुरक्षा में कोताही बरतने पर देश की शीर्ष अदालत ने आज बुधवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण पर नाराजगी जताई. बता दें कि ताज महल में कीड़ों की समस्या पर कोर्ट ने चिंता जाहिर की.
उल्लेखनीय है कि जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की पीठ ने कीड़ों से ताजमहल को खतरा होने पर चिंता प्रकट करते हुए प्राधिकारियों से जानना चाहा कि इसकी रोकथाम के लिये क्या कदम उठाये गये हैं. केंद्र की ओर से हाजिर हुए अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल एएनएस नाडकर्णी से पीठ ने कहा कि यदि पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने अपना काम ठीक से किया होता तो आज यह स्थिति नहीं होती.कोर्ट ने एएसआई के अपने बचाव के तरीकों पर भी आश्चर्य जताया. कोर्ट ने तो पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की वहां जरूरत पर ही सवाल खड़ा कर दिया.
बता दें कि इस पर अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल एएनएस नाडकर्णी ने कोर्ट को अवगत कराया कि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ताज महल के संरक्षण के लिये अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को नियुक्त करने के आपके सुझाव पर विचार कर रहा है.स्मरण रहे कि पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के वकील ने कोर्ट के सामने यह बचकाना तर्क दिया कि यमुना नदी में पानी के ठहराव के कारण कीड़ों की समस्या पैदा हो रही है .
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