बगदाद: सीरिया में चल रहीं हिंसा तीव्र स्तर पर पहुँच गई है, ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स (एसओएचआर) ने जानकारी दी है, कि, कुछ दिन पहले सीरिया के पूर्वी घौता इलाके में हुए हवाई हमलों और गोलाबारी में पिछले 48 घंटों में कम से कम 250 नागरिकों की मौत हो गई है. इनमे 50 बच्चे भी शामिल हैं. सहायता संगठनों के कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया की राजधानी दमिश्क के नज़दीक 2013 के बाद से यह सबसे हिंसक घटना है.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता रीयाल लेबलांक ने सीरिया के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा है कि, "नागरिकों, अस्पतालों और स्कूलों के ख़िलाफ़ लगातार हिंसा की हम पूरी तरह से निंदा करते हैं. मानवीय कानून का ये चरम उल्लंघन है. हम सभी पक्षों से अपील करते हैं कि, सीरिया में हिंसा की तीव्रता को कम करें."
अलेप्पो से सांसद फ़ारिस शहाबी ने कहा है कि, सीरिया सरकार, चरमपंथियों पर हमला कर रहीं है, इस बीच वो निर्दोष लोग भी मारे जा रहे हैं जो उस इलाके के आस-पास रहते हैं.उन्होंने कहा कि, "ऐसा इसलिए क्योंकि पूर्वी गूटा की ओर से दमिश्क पर मोर्टार से बमबारी की गई है. दमिश्क में मेरे दफ़्तर के नज़दीक तीन स्कूली बच्चों की मौत हुई है". फ़ारिस ने कहा कि, हम नागरिकों को निशाना नहीं बना रहे हैं. गौरतलब है कि, सीरिया में इन दिनों चरमपंथी संगठनों पर ईरानी और इजराइली सेना भी हमले कर रहीं है, जिसमे सीरिया के आम नागरिकों की मौतें हो रहीं है.
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