तुलसी का पौधा सभी घरों में मौजूद होता है. हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना जाता है. आयुर्वेद में भी तुलसी के पौधे को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इसमें भरपूर मात्रा में औषधीय गुण मौजूद होते हैं. जो सिर दर्द बुखार और सर्दी जुखाम की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं. प्रेग्नेंट महिला के लिए भी तुलसी के पत्ते बहुत फायदेमंद होते है. तुलसी के पत्तों में भरपूर मात्रा में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले इंफेक्शन के साथ-साथ कई बीमारियों से बचाव करते हैं. प्रेगनेंसी के दौरान रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी पावर भी मजबूत हो जाती है.
1- गर्भावस्था में तुलसी की पत्तियों का सेवन बहुत फायदेमंद होता है. तुलसी की पत्तियों में हीलिंग गुण मौजूद होते हैं. इसके अलावा इनमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी वायरस, एंटी फंगल गुणों की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है. जो प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले इंफेक्शन के खतरे को कम करती है. इन्फेक्शन से बचने के लिए नियमित रूप से तुलसी के पत्ते या तुलसी के दूध का सेवन करें.
2- तुलसी के पत्तों में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम मौजूद होता है जो पेट में पल रहे बच्चे की हड्डियों का विकास करने में मदद करता है.
3- प्रेगनेंसी के शुरुआत में तुलसी के पत्तों का सेवन शुरू कर देना चाहिए. इसमें मौजूद विटामिन पेट में पल रहे बच्चे का विकास करने के लिए फायदेमंद होता है.
4- ज्यादातर महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान तनाव और टेंशन की समस्या हो जाती है. जिससे बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ता है. ऐसे में रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करें. तुलसी के पत्तों का सेवन करने से दिमाग शांत रहता है और तनाव की समस्या से छुटकारा मिलता है.
5- गर्भावस्था में अधिकतर महिलाओं को शरीर में खून की कमी हो जाती है. ऐसे में रोजाना तुलसी की 2-3 पत्तियों का सेवन करें. ऐसा करने से शरीर में खून की कमी नहीं होगी.
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