स्कूल में जिन टीचर के भरोसे माँ बाप अपने बच्चों को भेजते हैं वह टीचर कितने लापरवाह हो सकते हैं कि एक बच्चे की जान पर बन आए. पिपराइच थाना क्षेत्र के महरी गांव में ऐसा ही देखने को मिला, जब यहाँ कक्षा आठ में पढ़ने वाली एक छात्रा को क्लास रूम में बंद कर टीचर घर चली गईं. डर के मारे छात्रा कमरे में ही बेहोश हो गई और उसे तेज़ बुखार आ गया.
पिपराइच थाना क्षेत्र के महरी गांव के सुदर्शन की 14 साल की बेटी अनुपमा गांव में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कक्षा आठ की छात्रा है. अनुपमा परीक्षा देने स्कूल पहुंची थी और परीक्षा के दौरान कमरे में बैठे-बैठे ही सो गई. परीक्षा समाप्त होने के बाद शिक्षिकाएं स्कूल में ताला बंद कर घर चली गईं. शाम होने तक छात्रा घर नहीं पहुंची उसका परिवार परेशान हो गया. उसका भाई अमित उसे ढूँढते हुए स्कूल तक पहुंच गया. स्कूल के कमरे में खिड़की से देखा तो एक कमरे में उसे बहन का बैग दिखाई दिया.
उसने गाँव वालों के साथ ताला तोड़ कर छात्रा को बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल ले गए. क्लास रूम में छात्रा का बैग, परीक्षा की कॉपी व पेपर भी पड़ा हुआ था. मंगलवार की सुबह टीचरों को ग्रामीणों ने घेर लिया. लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई की मांग की.
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