गोदरेज: विश्व के सामने आतंकवाद एक बड़ी समस्या बन गया है, जो अपनी महत्वाकांक्षा के लिए सरकार और आम लोगो की जिंदगी तबाह करने में लगे है, इनके खिलाफ कई सैन्य कार्यवाही की जाती है लेकिन इनका पूर्ण रूप से खात्मा ही शांति स्थापित कर सकता है, अफगानिस्तान में पुलिसकर्मियों और सैन्य बलों को निशाना बनाकर आंतकवादियों ने हमला कर दिया, जिसमे 66 लोग मारे गए तथा लगभग 170 अन्य घायल हो गए इस हमले जिम्मेदारी तालीबान ने ली है.
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों को निशाना बना कर आतंकवादियों ने आत्मघाती हमला कर दिया, गृह मंत्रालय एवं स्थानीय पुलिस के अनुसार पक्तिया पुलिस मुख्यालय के पास प्रशिक्षण केंद्र के समीप दो आत्मघाती कार बम हमलावरों ने जबर्दस्त विस्फोट किया उसके बाद बंदूकधारी गोलियां दागने लगे. 2014 में विदेशी सैन्य बलों के लौट जाने के बाद से तालीबान के खिलाफ अफगानिस्तान की सेना और पुलिस अग्रिम मोर्चे पर है, गृह मंत्रालय के अनुसार इस हमले में 41 लोग मारे गए और 158 लोग घायल हो गए. अस्पताल के अधिकारियों ने घायलों के लिए रक्तदान का आह्वान किया है, अस्पताल में इतनी भीड़ हो गयी है की लाशो को गलियारे में रखा गया है.
हमले के बाद से स्थिति बहुत ही खराब हो गयी है, अधिकारियों के अनुसार आत्मघाती हमलावरों और सुरक्षाकर्मियों के बीच करीब पांच घंटे तक मुठभेड़ चली. इस मुठभेड़ में सभी पांचों आतंकवादी मारे गए. इस हमले के बाद से सैन्यबल बढ़ाया गया है. एक साल में ही अफगानिस्तान में सेना को इन हमलो से काफी नुकसान हुआ है.
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