हम सभी हर साल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होने का इंतज़ार करते हैं और जैसे ही यह शुरू होता है हम टीवी के सामने बैठ जाते हैं और हटते ही नहीं हैं. लोगों को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) देखना बहुत पसंद होता है और उस दौरान जो चीयरलीडर्स डांस करती हैं, मटकती हैं, नाचती हैं वह देखना भी सभी को पसंद होता है उन्हें देखकर एक अलग ही एनर्जी का अहसास होता है. ऐसे में बहुत ही कम लोग ऐसे है जो ये जानते है कि चीयरलीडर्स की ज़िंदगी कैसी होती हैं उनके खूबसूरत चेहरे के पीछे क्या राज छुपा होता है. आइए हम कुछ बातें बताते हैं चीयरलीडर्स के बारे में.
चीयरलीडर्स चाहे भी तो किसी भी खिलाड़ी से बात नहीं कर सकती वह केवल खिलाड़ियों को चीयर करने का काम कर सकती हैं. खिलाड़ी भी चीयरलीडर्स को नजरअंदाज करते हैं.
चीयरलीडर्स को जब मैच के दौरान बुलाया जाता है तो उन्हें सबसे गंदे कमरे दिए जाते हैं जिनमे चूहे और कॉकरोच मंडराते रहते हैं, वैसे ये बात फ्रेंचाइजी पर निर्भर होती हैं.
चीयरलीडर्स को गोरे और काले होने पर रंगभेद का सामना करना पड़ता है.
चीयरलीडर्स दर्शक तक नहीं पहुँच पाती लेकिन अगर दर्शक उन्हें देख लें तो वह उन्हें भद्दे कमेंट्स करते हैं और उनके साथ छेड़छाड़ भी होती हैं.
चीयरलीडर्स अपने प्रोफेशन के लिए घंटो मेहनत करती हैं और अपने शरीर को लचीला बनाती हैं. चीयरलीडर्स का प्रोफेशन सबसे साफ़ होता है वह कोई सेक्सुअल काम नहीं करती और साथ ही वह कई घंटों काम करती हैं.
चीयरलीडर्स को यह कहा जाता है कि खेल के दौरान उनके चेहरे पर पुरे समय केवल उत्साह होना चाहिए उदासी नहीं होना चाहिए.
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