मौसम विभाग ने इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग ने लंबे समय के लिए 106 औसत बारिश का अनुमान दिया है । 1999 के बाद पहली बार सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान लगाया। अगर ऐसा होता है तो कृषि की रफ्तार 2016-17 में 6 फीसदी से ज्यादा की रफ्तार दिखा सकती है।
नीति आयोग के एक सदस्य के मुताबिक एक के बाद एक 2 सूखों के बाद अगर इस साल हम 2016-17 में कृषि में 6 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ पा लें। 2003 और 2010 के अकाल के बाद भी कृषि में ज्यादा ग्रोथ देखी गई थी। एनसीएईआर के मुताबिक अगर मानसून अच्छा रहा तो 2016-17 में भारत की जीडीपी दर 7.7 फीसदी के स्तर तक जा सकती है।
मौसम विभाग ने हाल ही में बयान दिया कि अगस्त तक सामान्य बारिश हो चुकी है। बारिश का कृषि कमोडिटीज पर बहुत असर पड़ता है। कुछ खास कमोडिटीज के आने वाले समय में भाव में उतर चढ़ाव देखने को जरूर मिल सकता है