जीवन में हर कोई चाहता है की उसका खुदका मकान हो, वह और उसका परिवार खुद की छत के नीचे अपना जीवन-यापन करें। लेकिन घर बनाते समय हम कई बार वास्तु के हिसाब से घर नहीं बनाते। जिसके चलते हमें आगे अपने जीवन में कई तकलीफे उठानी पड़ती है। साथ इन तकलीफो से आपके बच्चे भी परेशान होते है। वास्तु की इन परेशानियों से बचने के लिए आप घर बनाते समय इन बातो का अवश्य ध्यान रखे। और अपने जीवन में कभी भी वास्तु संबंधित परेशानियों को न आने दे। इन उपायो को अपनाने से आपको वास्तु दोष से छुटकारा मिल सकता है। जिससे आप और आपके बच्चे हमेशा खुशहाल जीवन व्यतीत करेंगे।
घर बनाते समय इस बात का खास ध्यान रखे की अपने बच्चो का कमरा वास्तु अनुसार ही बनवाए। लड़के के लिए शयनकक्ष उत्तर और पूर्व दिशा में और लड़की का कमरा उत्तर-पश्चिम में बनवाना चाहिए। जहाँ तक संभव हो तो कमरे में सिर्फ एक ही दरवाजा रखे। और दरवाजा भी उत्तर या पूर्व दिशा में ही लगवाये। जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा सदेव आती रहती हैं। और यह ध्यान रहे की खिड़कियों को दरवाजे के विपरीत दिशा में लगवाना चाहिए। बच्चो के कमरे में बेड हमेशा ही एक स्थान पर रखे उसका स्थान बदलना नहीं चाहिए। और बेड को दक्षिण दिशा में रखें। बेड को दीवार से सटाकर ना रखे कुछ इंच दूर रखे। बच्चो की मेमोरी बढ़ाने के लिए उन्हें सर पूर्व की ओर रख कर सोना चाहिए।
माता-पिता इस बात का खास ध्यान रखे की बच्चो के कमरे में भूल कर भी टीवी और कम्प्यूटर ना रखे। अगर फिर भी जरुरी हो तो कम्प्यूटर को पूर्व की दिशा में और टी वी को दक्षिण-पूर्व की और लगाये। बच्चो की स्टडी-टेबल यदि जरुरी हो तो दक्षिण की और लगाये। उस कमरे में दक्षिण या पूर्व दिशा में लाइट लगवाये। यदि आप बच्चो के कमरे में मनपसंद कलर करवाना चाहते हैं तो आप नकारात्मक ऊर्जा को बुलावा दे रहे हैं। इससे बचने के लिए कमरे में हरा रंग सबसे बेहतर होता हैं।
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