नई दिल्ली: कर्मचारियों को कार और फ्लैट देने वाले गुजरात के हीरा व्यवसायी के बारे में तो आप जानते ही होंगे जिन्होंने अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को दिवाली बोनस के रूप में गाड़ी और फ्लैट दिए थे. बता दे कि अरबों की कंपनी 'हरे कृष्णा डायमंड एक्सपोर्ट्स' के मालिक घनश्याम ढोलकिया के बेटे हितार्थ ढोलकिया ने हैदराबाद में एक आम आदमी की तरह जिंदगी बिताई. वाही उन्होंने एक महीने के लिए दुनिया के सभी एशो-आराम छोड़कर एक आम आदमी की जिंदगी की तकलीफों और कठिनाइयों का सामना किया.
हितार्थ ने बताया कि मैंने अमेरिका में शिक्षा ग्रहण की है और मेरे पास डायमंड ग्रेडिंग में सर्टिफिकेट भी है लेकिन हैदराबाद में मुझे इससे कोई मदद नहीं मिली. मैं जैसे ही हैदराबाद पहुंचा, नौकरी ढूंढ़नी शुरू कर दी क्योंकि मेरे पास बिल्कुल पैसे नहीं बचे थे. खुशकिस्मती से सिकंदराबाद में मुझे 100 रुपए में एक कमरा मिल गया. मैं वहां 17 लोगों के साथ कमरा शेयर कर रहा था। 3 दिनों तक भटकने के बाद मुझे एक मल्टीनैशनल फूड जॉइंट में नौकरी मिली. वहां मेरी सैलरी 4000 रुपए थी। मैंने चैलेंज के मुताबिक वहां 5 दिन काम किया और फिर नौकरी छोड़ दी.
आपको बता दे कि फैमिली बिजनस में आने से पहले उनके पिता ने उनसे बिना परिवार का नाम इस्तेमाल किए और मोबाइल फोन के बगैर दूर जाकर रहने के लिए कहा ताकि वह जिंदगी के संघर्षों का अनुभव ले सकें. उनके पिता ने हितार्थ को यह भी नहीं बताया कि उन्हें जाना कहां है. उनके पिता ने उन्हें 500 रुपये दिए और एक फ्लाइट टिकट दिया. घर से बाहर आने के बाद हितार्थ ने जब टिकट देखा तो पता चला कि उन्हें हैदराबाद जाकर आम जीवन जीने की चुनौती झेलनी है.
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