दिल्ली- देश में तेजी से विकसित हो रहे शहरों का एक वर्ग ऐसा भी है, जो फुटपाथ पर रहता है और भीख मांगकर गुजारा करता है. सरकारी सुविधाए इनसे कोसो दूर है. अशिक्षित होने के कारण इनके बच्चे सड़को पर भीख मांगते है. कुछ दिनों पहले दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने दो बच्चियों भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया था. जब बुधवार को स्वाती मालीवाल इन बच्चियों के देखने पहुंची तो एक आठ साल की बच्ची को लोहे की जंजीरों से जकड़ा हुआ पाया.
उल्लेखनीय है कि स्वाती मालीवाल कुछ दिन पहले भिक्षावृत्ति से मुक्त की गयी दो बच्चियों से मिलने आनंद विहार मेट्रो स्टेशन के पास गई थीं. वहा उन्होंने देखा कि एक आठ साल की बच्ची को उसके मां-बाप ने ही जंजीरों से बांध रखा था. बच्ची के माँ-बाप ने बताया कि बच्ची नशे की आदी है, इसलिए उन्होंने इसे बांध दिया है. बच्ची की बहनो ने स्वाती मालीवाल को बताया कि वह दिनभर भीख मांग कर 300 रुपये इक्क्ठा कर लेती है और रात में मेट्रो स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर अपने माता-पिता के पास आ जाती है.
बता दे कि बच्ची के परिवार में माता-पिता सहित कुल 11 सदस्य हैं. मौके पर स्वाती मालीवाल को बच्ची की माँ गर्भवती मिली है. स्वाती मालीवाल ने दोनों बच्चियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया था.
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