आमतौर पर कचरे को सभी जगह पर फैलने से बचाने के लिए हम उसे कूड़ेदान या फिर डस्टबिन में डाल देते हैं, ताकि हमारा घर साफ रहे। लेकिन क्या आप जानते हैं आप अपना घर साफ करने के चक्कर में यह भूल जाते है कि आप अनजाने में ही घर में नकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करा रहे हैं, जी हां दरअसल आपके घर या फिर आॅफिस या फिर किसी भी अन्य जगह पर रखा डस्टबिन आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा भी लेकर आ सकता है। इसलिए जब भी डस्टबिन का उपयोग करें तो वास्तुशास्त्र के अनुसार ही उसका रखरखाव करें तो चलिए जानते है कैसे आपके घर में डस्टबिन रखा होना चाहिए।
पहली चीज डस्ट- बिन ईशान कोन (ईशान कोने का तात्पर्य हैं उतर -पूर्व ) में बिलकुल नहीं होना चाहिए। क्योंकी वो पूजा का स्थान होता हैं। ना पूर्व में होना चाहिए क्योकि वो एनर्जी का स्थान होता हैं। ना आपका पूर्व - पश्चिम में होना चाहिए। वो अग्नि का स्थान होता हैं।
इस बात का ध्यान रखे की आपका डस्टबिन हमेशा साफ-सूत्रा रहे ,ज्यादातर लोग अपने घर के डस्टबिन को साफ़ नहीं रखते। लेकिन वह भी घर के बाकि सामान की तरह आपके घर की एक वस्तु हैं। इसलिए इसे हफ्ते में एक बार अवश्य अच्छे से साफ़ करे।
घर के डस्टबिन का रंग हमेशा हल्का होना चाहिए। जैसे की पिंक रंग का ज्यादा भारी रंग के डस्टबिन वास्तु शास्त्र में अशुभ माने गए हैं। जिनसे वास्तु दोष उत्पन होता हैं। और बुरा प्रभाव पड़ता हैं।
डस्टबिन आप पश्चिम में बना सकते हैं। दक्षिण-पश्चिम में बना सकते हैं। और उत्तर -पश्चिम में बना सकते हैं। ये 3 डायरेक्शन हैं। जो वास्तु के अनुसार बहुत शुभ हैं।
वास्तु शास्त्र कहता हैं। आपका डस्टबिन कभी भी खुला नहीं होना चाहिए। क्योकि खुला डस्टबिन कूड़े की महक ज्यादा फैलता हैं। जो वास्तु दोष को बड़ाता हैं। इसलिए हमेशा ढकन वाला डस्टबिन इस्तमाल करे ।
ज्योतिष के अनुसार महाशिवरात्रि पूजा और व्रत 13 तारीख को
साबुत उड़द की काली दाल दिलाती है परेशानीयों से मुक्ति
महाशिवरात्रि: चंद्रदोष हटाने के लिए कैसे करें शिव का पूजन
जानें, नेपाल में कैसे मनेगी महाशिवरात्रि