जीवन में हर इंसान के अन्दर अपने भविष्य को जानने की इच्छा होती है और इसी इच्छा को पूरा करने के लिए शास्त्र एक अहम् माध्यम है, ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों के विषय में बताया गया है इन्ही 12 राशियों में सभी व्यक्तियों का जन्म होता है और उनका नामकरण भी इन्ही राशियों के आधार पर किया जाता है. ज्योतिष शास्त्र कि माने तो राशियों के माध्यम से व्यक्ति का स्वभाव, चरित्र व उसके भविष्य कि जानकारी मिलती है. तो आइये जानते है कि वृष राशि के व्यक्ति का स्वभाव व चरित्र कैसा होता है?
वृष राशि – वृष राशि का स्थान सभी 12 राशियों में दूसरा है जिस व्यक्ति का नाम ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो, शब्दों से प्रारंभ होता है वह वृष राशि से सम्बंधित होते है. इस राशि ग्रह स्वामी शुक्र होता है जो इनके लिए शुक्रवार के दिन को शुभ बनाता है इस दिन यदि यह कोई भी कार्य करें तो उसमे इन्हें सफलता मिलना निश्चित होती है.
वृष राशि के गुण – वृष राशि के व्यक्ति कला प्रेमी होते है इसी वजह से कला के क्षेत्र में यह अधिक उन्नति करते है इस राशि के व्यक्तियों में किसी भी कार्य को करवाने कि क्षमता होती है तथा यह सरकारी कार्यों को अधिक महत्व देते है.
संबंध – वृष राशि के व्यक्ति संबंधो को अधिक महत्व देते है किन्तु अपने पिता के साथ अक्सर इनका मतभेद होता रहता है जिसके कारण पिता-पुत्र में कलह कि स्थिति हमेशा बनी रहती है.
स्वभाव – इनकी कुंडली में गुरु का प्रभाव होने के कारण इनमे ज्ञान अर्जित करने कि अदभुत क्षमता होती है लेकिन ज्ञान कि अधिकता के कारण इनके मन में अहंकार उत्पन्न हो जाता है जिसके कारण यह दूसरे व्यक्ति को अपने से ही न समझते है इनकी यही प्रवृत्ति इन्हें सामाज से दूर रखती है.
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