दिल्ली : इंटरनेशनल सोलर एलायंस समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जाहिर करते हुए कुछ उपाय बताये है जिनके द्वारा विश्व्यापी इस समस्या ने निपटा जा सकता है मोदी के अनुसार -
सबसे पहले हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि बेहतर और सस्ती सोलर तकनीक सबके लिए सुगम और सुलभ हो.
हमें हमारे ऊर्जा उत्पादन में सौर ऊर्जा का अनुपात बढ़ाना होगा
हमें इनोवेशन को बढ़ावा देना होगा ताकि हमारी अलग-अलग ज़रूरतों के लिए सौर ऊर्जा उसका विकल्प बन सके.
हमें सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए कम दरों पर ऋण और कम जोखिम का वित्त मुहैया कराना होगा
नियमन एवं मानकों का विकास करना होगा जो सौर ऊर्जा अपनाने और उनके विकास को गति दें
विकासशील देशों में bankable solar projects के लिए कंसल्टेंसी सपोर्ट का विकास करना होगा.
हमारे प्रयासों में अधिक समावेशिता और भागीदारी पर बल दिया जाये.
हमें सेंटर्स ऑफ़ एक्सीलेंस का एक व्यापक नेटवर्क बनाना चाहिए.
हमारी सौर ऊर्जा नीति को विकास की समग्रता से देखें, ताकि SDGs की प्राप्ति में इससे ज्यादा से ज्यादा योगदान मिले.
हमे इटरनेशनल सोलर एलायंस सचिवालय को मज़बूत और प्रोफेशनल बनाना चाहिए.
गौरतलब है कि पहले इंटरनेशनल सोलर एलायंस समिट की भारत और फ्रांस मिलकर मेजबानी कर रहे है, जिसे राष्ट्रपति भवन में एक भव्य समारोह में आयोजित किया गया, जिसमे 23 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने हिस्सा लिया.
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