दोस्तों हमारी जरा सी लापरवाही हमारे घर और हमारे परिवार को मुसीबत में डाल सकती है क्योकि वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि कुछ रोगों का कारण घर में जुड़ा वास्तुदोष हो सकता है. हमारी एक छोटी सी गलती से हमारा घर नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है हमारे परिवार वालो का स्वास्थ्य खराब हो सकता है तथा विभिन्न प्रकार की परेशानिया घर में आ सकती है , इसी को देखते हुए हम कुछ उपाय लेकर आयें है जिसको ध्यान में रखते हुए आप अपने घर, परिवार को वास्तुदोष से बचा सकते है-
घर के ब्रम्हस्थान का भारी होना और घर के मध्य में अधिक लोहे का प्रयोग या सीढ़ियां हो तो घर वालो को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और इसके कारण घर में रोगों को न्यौता मिलता है. जिससे की घर में किसी न किसी की तबियत खराब होती रहती है.
यदि आपके घर या खेत में दक्षिण पश्चिम कोण में कुआं या पानी कि बोरिंग या भूमिगत पानी का स्थान हो तो इससे किसी भी प्रकार का रोग हो सकता है. यही नहीं अगर इस कोण में बगीचा और छोटे-छोटे पौधे भी हो तो भी यह अशुभ माना जाता है.
घर का दक्षिण पश्चिम कोण रोग को बढ़ाने का अहम कारण होता है. इसके कारण किसी भी प्रकार का रोग हो सकता है यदि कोई पहले से ही रोग ग्रस्त है तो उन्हें और भी परेशानी हो सकती है. दक्षिण पश्चिम कोना घर में छोटा या सिकुड़ा हुआ भी नहीं होना चाहिए, इससे भी रोग बढ़ने कि संभावना बढ़ जाती है. इसलिए कोशिश करे कि यह हिस्सा सबसे ऊंचा हो.
घर में है अगर वास्तुदोष तो रोकें उसे इस प्रकार से
आपके घर में अगर ये चीजें है तो कभी नहीं छाएगी कंगाली
आपके घर में लगे पर्दे, घर की दशा को दर्शाते है
तो क्या आप भी बाथरूम में बाल्टी ऐसे ही छोड़ देते है