आज 11 नवंबर, शनिवार के दिन कालभैरव अष्टमी का दिन है. ऐसा माना जाता है की भगवान शिव ने आज के दिन ही भैरव के रूप में अवतार लिया था. इसलिए आज के दिन भैरव मंदिरों में ख़ास पूजा की जाती है. काल भैरव को तंत्र-मंत्र का जन्मदाता भी कहा जाता है. तांत्रिक क्रियाएँ हमेशा रात के समय में ही की जाती है. इसलिए अगर आप आज भैरव अष्टमी की रात को कुछ खास उपाय करते है तो इससे भगवान कालभैरव प्रसन्न हो जायेगे और आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करेंगे.
1- आज के दिन रात के बारह बजे काल भैरव के मंदिर में जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाये और उनको नीले रंग के फूल चढाये.
2- अगर आप अपनी किसी खास मनोकामना को पूरा करना चाहते है तो इसके लिए आज के दिन किसी पुराने काल भैरव के मंदिर में जाकर वहां की साफ़ सफाई करे और काल भैरव को सिंदूर और तेल का चोला चढ़ाये.
3- शनिवार के दिन रात में बारह बजे काल भैरव के मंदिर में जाकर उन्हें दही और गुड़ का भोग लगाए.
4- आज के दिन अपने घर में काल भैरव यंत्र की स्थापना करे और नियमित रूप से इसकी पूजा करे.
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