भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल और महान गेंदबाजों में शुमार अनिल कुंबले आज 47 वर्ष के हो चुके है. भारतीय क्रिकेट टीम में हमेशा अपना ख़ास स्थान रखने वाले कुंबले का जन्म 17 अक्टूबर 1970 को कर्नाटक के बेंगलूर में कृष्णा स्वामी और सरोजा दंपती के यहां हुआ था. उनका उपनाम ‘कुंबले’ उनके परिवार वालों ने कुंबला नाम के उनके पैतृक गांव के नाम पर रखा. वे विश्व क्रिकेट में अपने ऊँचे कद के कारण जम्बो नाम से भी जाने जाते है. कुंबले ने अपने वनडे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पदार्पण वर्ष 1990 में श्रीलंका के खिलाफ किया. और इसी वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट क्रिकेट का आगाज़ भी किया. उन्होंने टेस्ट में 619 तथा वन डे में 337 विकेट लिए हैं. जो कि एक कीर्तिमान है.
भारतीय टीम जब वेस्टइंडीज दौरे पर थी, उस समय एक बाउंसर के लगने से अनिल का जबड़ा टूट गया था. परन्तु इसके बावजूद वे अगले दिन जबड़े पर पट्टी बांधकर मैदान में उतरे थे. और उन्होंने 14 ओवर गेंदबाजी करने के साथ बल्लेबाजी भी की. यह पल उनके क्रिकेट करियर के सबसे यादगार पलो में शुमार है. अनिल भारतीय टीम के कोच के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके है. कुंबले भारत के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होने सीमित ओवर वाले अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था.
पूरी पाकिस्तानी टीम को अकेले धूल चटाई...
कुंबले ने यूं तो कई कीर्तिमान अपने नाम किये है, परन्तु उनमे सबसे ख़ास और अनोखा रिकॉर्ड उन्होंने फरवरी 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था. दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में कुंबले ने पूरी पाकिस्तान टीम को अकेले धूल चटा दी थी. उन्होंने इस मैच की दूसरी पारी में पाकिस्तानी टीम के सभी 10 बल्लेबाजों को अपनी फिरकी के जाल में फसाया था. वे विश्व क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले 'ज़िम लेकर' के बाद दूसरे गेंदबाज बने थे.
उपलब्धियां...
- भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में 500 और 600 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज.
- टेस्ट मैच की एक पारी में 10 विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज.
- भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 619 विकेट लेने वाले गेंदबाज.
- पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने 1988 में 200 विकेट लेने के आंकड़े को पार किया.
सम्मान...
- वर्ष 1993 में इन्डियन क्रिकेटर ऑफ़ ईयर चुने गये.
- वर्ष 1996 में विस्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब प्राप्त किया.
- 2005 में पद्मश्री पुरूस्कार से नवाजे गये.
- वर्ष 2012 में अनिल कुंबले कुंबले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट कांउसिल के सदस्य चुने गये.
- 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच बने.
- वर्ष 2015 में आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में नामित.
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