नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और अध्यक्ष राघव रेड्डी की जल्द ही वीएचपी से विदाई हो जाएगी. आगामी 14 अप्रैल को गुरुग्राम में होने वाली वीएचपी संगठन के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में इन्हें हटा दिया जाएगा. इस बैठक में संघ के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.तोगड़िया के सरकार विरोधी बयानों और पीएम नरेंद्र मोदी से विवाद के बाद आरएसएस ने यह फैसला लिया है.
सूत्रों के अनुसार आरएसएस के नेतृत्व ने विश्व हिंदू परिषद को निर्देश दे दिया है कि ज़रूरत पड़ने पर संगठन के संविधान के अनुसार संगठन के चुनाव भी कराएं.संघ अब यह नहीं चाहता कि प्रवीण तोगड़िया वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष और राघव रेड्डी वीएचपी के अध्यक्ष बने रहे. तोगड़िया के सरकार और मोदी विरोध ने यह परिस्थितियां निर्मित की हैं.संघ की पसंद माने जाने वाले वी. कोकजे नए वीएचपी अध्यक्ष बन सकते हैं.
गौरतलब है कि तोगड़िया और रेड्डी का कार्यकाल दिसंबर में ही खत्म हो गया था. लेकिन 29 दिसंबर को भुवनेश्वर संगठन के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में तोगड़िया और उनके समर्थकों ने हंगामा करके चुनाव को नहीं होने दिया था, इसलिए चुनाव टल गया था. इसे संघ ने उचित नहीं माना था. गत माह नागपुर में संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में ही प्रवीण तोगड़िया और राघव रेड्डी को स्पष्ट कर दिया था, कि दोनों को अपने पद छोड़ने पड़ेंगे. प्रवीण तोगड़िया और पीएम मोदी के बीच की लड़ाई जग जाहिर है. संघ को तोगड़िया के खिलाफ गुजरात चुनाव में विरोधी कार्य कर हार्दिक पटेल के संपर्क में रहने, गुजरात सरकार पर अपने एनकाउंटर का आरोप लगाने जैसे मामलों की भी जानकारी है. इसलिए संघ ने उन्हें हटाने का निर्णय ले लिया है.
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