नई दिल्ली : हाल ही में हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने और करीब 140 यात्रियों की अकाल मौत हो जाने के बाद रेलवे की बीमा पॉलिसी को लेकर अब सवाल खड़े होने लगे हैं. टिकट बुकिंग के मामले में यात्री भेदभाव का शिकार हो रहे हैं. जानकारी मिली है कि रेलवे के पीआरएस अर्थात रिजर्वेशन काउंटर से टिकट की बुकिंग पर किसी तरह के बीमा की सुविधा नहीं दी जा रही है. सिर्फ इंडियन रेलवे कैटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) की साइट से ऑनलाइन टिकट लेने पर ही यात्रियों को जीवन बीमा की सुविधा दी जा रही है.
गौरतलब है कि रेलवे आईआरसीटीसी से टिकट खरीदने वाले यात्रियों को 92 पैसा में 10 लाख रुपये के बीमें की सुविधा देता है. यह सुविधा इंटरनेट से टिकट खरीदने वाले सिर्फ भारतीय यात्रियों को ही मिलती है. इस कारण विदेशी यात्रियों को भी इस सुविधा का लाभ नहीं मिलता है.
बता दें कि बीमे की यह सुविधा ऐच्छिक है. टिकट बुक करते समय ग्राहक से पूछा जाता है कि यात्री यह सुविधा लेना चाहता है या नहीं. अगर यात्री बीमे की सुविधा का विकल्प चुनता हैं, तो उन्हें टिकट के साथ इसके अतिरिक्त पैसे देने पड़ते हैं. सभी यात्री इस सुविधा का लाभ नहीं भी ले सकते हैं, खबर है कि इसलिए इस विसंगति को दूर करने के लिए रेलवे सभी रेलयात्रियों का बीमा अनिवार्य कर सकता है.
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