एक ना एक बार विदेश घूम आने की दुनिया के हर व्यक्ति चाहत होती है, वहीं कुछ लोग अक्सर विदेश यात्रा पर जाते रहते हैं लेकिन कुछ नहीं जा पाते हैं क्योंकि उनकी हस्तरेखा में विदेश यात्रा की रेखा नहीं होती है. जी हाँ, आपके हाथों की लकीरे तय करती है कि आप विदेश की यात्रा पर जा सकते है या नहीं. इसके अलावा समुद्र शास्त्र के अनुसार भी हाथों की लकीरे यह बता देती है कि अगर कोई व्यक्ति विदेश जाता है तो वह वहां जाकर क्या करेगा और वहां पर उसका जीवन कैसा रहेगा. आइए बताते हैं कि विदेश यात्रा के लिए हाथों में कैसी रेखा होनी चाहिए. अगर आपके हाथों में भी इस तरह की लकीरें होंगी तो आप विदेश यात्रा पर जा सकते हैं.
दांतों के बीच में गैप वाले लोग होते हैं भाग्यशाली, मिलते हैं यह सुख
1.समुद्रशास्त्र की माने तो अगर यात्रा रेखा चंद्र क्षेत्र से निकलकर पूरी हथेली को पार करते हुए गुरु पर्वत तक पहुंच जाती है तो आप लम्बी विदेश यात्रा करने जाएंगे.
2. समुद्रशास्त्र में दिया गया है अगर चंद्र पर्वत से यात्रा रेखा हथेली के मध्य में से मुड़कर वापस चंद्र पर्वत पर आए तो जातक विदेश में रहेगा लेकिन कुछ वर्षो बाद अपने देश वापस लौट आएगा.
3. समुद्रशास्त्र में बताया गया है कि यदि चंद्र पर्वत से निकलकर कोई यात्रा रेखा मस्तिष्क रेखा से मिल जाए तो ऐसे में व्यक्ति को विदेश यात्रा में व्यवसायिक समझौता करने के आसार हैं.
4. समुद्रशास्त्र के अनुसार अगर जातक कि हथेली में चंद्र और शुक्र पर्वत उन्नत हो और जीवन रेखा पूरे शुक्र क्षेत्र को घेरती हुई शुक्र पर्वत के मूल तक जाती है तो वह अनेकों बार विदेश यात्रा पर जाएगा.
5. कहते है यदि कुंडली में नवमेश, द्वादशेश अथवा सप्तमेश का प्रभाव,चौथा भाव और तीसरे भाव पर रहेगा तो विदेश यात्रा सम्भव है.
बुधवार को करे यह काम, बरसेगी बप्पा की कृपा