यदि किसी के विवाह में देरी हो रही है या फिर बात बनते-बनते बिगड़ रही है तो फिर ऐसे विवाह योग्य युवक युवती को अपने पास हल्दी की गांठ रखना चाहिये। ज्योतिषीय सलाह से यदि हो सके तो पुखराज रत्न भी धारण किया जा सकता है। हालांकि पुखराज रत्न धारण करने के लिये योग्य ज्योतिषी से सलाह ली जाना चाहिये, लेकिन यदि हल्दी की गांठ के साथ पुखराज रत्न धारण करने की सलाह मिल जाये तो निश्चित ही विवाह में आने वाली बाधाएं दूर हो सकती है।
पीली वस्तुओं का करें दान
देव गुरू ब्रहस्पति का पूजन करें, पीली वस्तुओं का दान करें। पीली वस्तुओं में पीला रेश्मी कपड़ा, चने की दाल, हो सके तो सोने का छोटा टुकड़ा रख दे, यदि यह संभव नहीं हो तो पीले फूल व दक्षिणा तो अवश्य ही रखकर ब्राह्मण दान करें। इसके अलावा गुरूवार का व्रत भी किया जा सकता है। मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में देव गुरू ब्रहस्पति का मंदिर है, यह मंदिर देश ही नहीं विश्व का एक मात्र मंदिर है और यहां दर्शन, पूजा अर्चना करने से विवाह में आने वाली बाधा दूर हो जाती है। यह चमत्कार है और इसका अनुभव अब तक कई लोगों ने साक्षात रूप से किया है। पीली वस्तुओं का दान इस मंदिर में भी किया जा सकता है और बहुत अधिक समस्या हो तो फिर किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह से देव गुरू ब्रहस्पति का पूजन अभिषेक भी किया जा सकता है।