कानपुर में यूपी एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को चीन, हांगकांग, मलेशिया तक फैले कछुआ की शक्तिवर्धक झिल्ली (कैलिपी) आपूर्ति करने वाले नेटवर्क का भंडाफोड़ किया. एसटीएफ की टीम ने नेटवर्क से जुड़े पश्चिम बंगाल के मालदा जिला निवासी एक तस्कर को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तस्कर के पास से 27 किलो झिल्ली बरामद की है. यह झिल्ली कानपुर, इटावा, औरैया और फर्रुखाबाद से इकट्ठा की जाती है. डिप्टी एसपी अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि इटावा, एटा, मैनपुरी, औरैया, फर्रुखाबाद आदि जिलों में मुलायम शेल कछुओं की कैलिपी (मांस युक्त झिल्ली) काट कर उसे सुखाकर अवैध कारोबार किया जा रहा है. इस रैकेट से जुड़े लोग पश्चिमी बंगाल के तस्करों के संपर्क में रहते हैं.
यहां से माल बांग्लादेश और म्यांमार के रास्ते चीन, हांगकांग, मलेशिया आदि देशों में भेजा जाता है.टीम को मालदा पश्चिम बंगाल निवासी सलीम के बारे में भनक लगी. वह इटावा, औरैया, कानपुर में इस धंधे से जुड़े लोगों के संपर्क में था. सलीम को एसटीएफ की टीम ने उस वक्त धर दबोचा जब वह ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से मालदा 27 किलो झिल्ली बैग से ले जाने के लिए यहां पहुंचा था.
सलीम ने एसटीएफ को बताया कि कछुए की कैलिपी लगभग 5000 रुपए प्रति किलो से खरीदता है. यह माल ऊंचे दामों में बिकता है. सलीम ने इटावा, कानपुर के कई लोगों के नाम बताए हैं. नेटवर्क से जुड़े पश्चिम बंगाल के भी कई सफेदपोशों के नाम पता चले हैं. डब्ल्यूसीसीबी को इन सभी के बारे में जानकारी दी गई है. पुलिस आरोपी तस्कर से पूछताछ कर रही है. ताकि इस तस्करी को रोका जा सके और बेजुबान जीवों पर हो रहे अमानवीय कृत्य पर लगाम कसी जा सके.
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