न्यूजीलैंड के धाकड़ आलराउंडर कॉलिन मुनरो ने एक चौंकाने वाले फैसले में, खुद को लाल बॉल से अलग कर लिया है. कॉलिन मुनरो अब सफ़ेद बॉल पर अपना ध्यान लगाएंगे. लाल बॉल मतलब क्रिकेट के बड़े प्रारूप को छोड़ते हुए हुए कॉलिन ने कहा है कि, अब अपना पूरा ध्यान छोटे फॉर्मेट में देकर खुद को वर्ल्ड कप के लिए तैयार करना चाहते है.
कॉलिन मुनरो ने कहा है कि, अब मेरा जूनून टेस्ट और वन डे के लिए वैसा नहीं रहा जैसा अभी टी-20 में है. मैं टी-20 पर अपना पूरा ध्यान लगाकर बड़े लक्ष्य हासिल करने के बारे में सोच रहा हूँ. साथ ही इस खिलाडी के न्यूजीलैंड और दूसरे देशों के काउंटी क्रिकेट के साथ भी करार है. कॉलिन का अगला लक्ष्य टी-20 का वर्ल्ड कप है जिसके लिए वह पूरी तैयारी में जुटे हुए है.
30 साल की उम्र में कॉलिन मुनरो ने 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट खेला है जिसमें उन्होंने 7.5 की औसत से 15 रन का बनाए है. दूसरी ओर, उन्होंने टी-20 के छोटे में फॉर्मेट में तीन सैकड़े जड़कर खुद को साबित किया है. इस साल आईपीएल की नीलामी में 1.9 करोड़ रुपये में दिल्ली डेयरडेविल्स के सेलेक्टर्स ने उनपर भरोसा जताया है. कॉलिन मुनरो ने अपने टी-20 अंतराष्ट्रीय करियर में अब तक 33 के अच्छे औसत से 1173 रन बनाये है जिसमें तीन सैकड़े भी शामिल है. वहीं अगर एक दिवसीय मैचों की बात की जाए तो कॉलिन इतने असरदार साबित नहीं होते.
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