फेसबुक का डाटा लीक मामला सामने आने के बाद यूजर्स के डाटा की सुरक्षा व निजता को लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे है. सोशल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक यह मामला सुर्ख़ियों का विषय बना हुआ है. इन चर्चाओं के बीच यूएन ने भी अपना बयान जारी किया है. UN ने अपने बयान में कहा है कि ये साफ़ हो गया है कि फिलहाल ज्यादातर लोग डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए तैयार नहीं हैं.
UNCTAD ने अपने बयान में कहा कि, 'इंटरनेट उपयोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और ऑनलाइन वस्तुओं व सेवाओं की खरीद करने वालों की संख्या अब रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है.' अंकटाड के महासचिव मुखिशा कितुई ने कहा कि, 'फ़ेसबुक व डेटा निजता को लेकर जारी मौजूदा बहस यह प्रदर्शित करती है कि अधिकतर देशों की डिजिटल अर्थव्यवस्था को लेकर तैयारी बहुत खराब है.'
आपको बता दें कि इस मामले में फर्म क्रेंब्रिज एनालिटिका पर फ़ेसबुक के लाखों उपभोगताओं से जुड़ी जानकारी उनकी रजामंदी के बगैर हासिल करने का आरोप है. वहीँ इस मामले के सामने आने के बाद फेसबुक से कई नामचीन हस्तियों ने किनारा कर लिया है. वहीँ कंपनी के राजस्व पर भी ख़ासा असर देखने को मिला है.
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