संयुक्त राष्ट्र: आतंकवाद अब देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या बन चूका है. दुनिया के तक़रीबन हर देश में आये दिन कोई न कोई आतंकी हमले के मामले सामने आते ही रहते है और अगर ऐसे कोई मामले सामने न भी आये तो कम से कम इन मामलों की योजना बनाते हुए आतंकियों के गिरफ्तार होने की ख़बरें तो सामने आ ही जाती है.
माता-पिता के कहने पर आतंकवाद छोड़ घर लौट आया कश्मीरी छात्र
आतंकवाद के तेजी से बढ़ते इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए अब संयुक्त राष्ट्र भी इनके खिलाफ सख्त हो गया है. इस दिशा में संयुक्त राष्ट्र ने अब एक नई रूप रेखा भी तैयार कर ली है. यूएन ने इस रूपरेखा को ‘संयुक्त राष्ट्र वैश्विक आतंकवाद निरोधक समन्वय प्रभाव’ नाम दिया है. इस रूप रेखा के तहत संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस द्वारा सुरक्षा, मानवता, शांति, मानवाधिकार और सतत विकास के क्षेत्रों के बीच समन्वय की नयी रूपरेखा जारी की गई है.
राजनाथ सिंह ने कहा आतंकवाद पर बात कर सकता है पाकिस्तान, लेकिन कश्मीर भारत का अंग था, है और रहेगा
दरअसल यह रूपरेखा संयुक्त राष्ट्र प्रमुख,अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (इंटरपोल), 36 सांगठनिक निकायों, और विश्व सीमाशुल्क संगठन के बीच अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए किया गया एक सौदा है. इस सौदे के तहत यह सभी देश अब आतंकवाद से लड़ने में एक दूसरे की मदद करेंगे.
ख़बरें और भी
दक्षिण कश्मीर में सीआरपीएफ ने आतंकियों के सीने पर फहराया तिरंगा, रात में भी लहराएगा
अमेरिकी कमांडर का खुलासा- आतंकवाद के जरिये भारत को नुकसान पहुँचाना चाहता है पाकिस्तान
पाकिस्तान के पीएम बोले- अगर 2004 में बीजेपी जीत जाती तो कश्मीर मुद्दा भी सुलझ जाता