राजपूत करणी सेना फिल्म पद्मावती का विरोध कर रही है. अब इसमें एक और नाम शामिल हो गया है केन्द्रीय मंत्री उमा भारती का, जिन्होंने पत्र लिखकर अपना विरोध जताया है.
उन्होंने लिखा कि ‘जब आप किसी ऐतिहासिक तथ्य पर फिल्म बनाते हैं तो उसके फैक्ट को वायलेट नहीं कर सकते. अलाउद्दीन खिलजी की बुरी नजर रानी पद्मावती पर थी और इसके लिए उसने चित्तौड़ को नष्ट कर दिया था. रानी पद्मावती ने हजारों उन स्त्रियों के साथ, जिनके पति वीरगति को प्राप्त हो गए थे, जीवित ही स्वयं को आग के हवाले कर जौहर कर लिया था.’ उन्होंने लिखा मैंने इस फिल्म डायरेक्टर की पहले भी फिल्में देखी हैं, मैं सोचने की आजादी का सम्मान करती हूं किंतु, अभिव्यक्ति में कही तो एक सीमा होती ही है. इसलिए मेरा कहना यही है, कि लोगों के मन में आशंकाओं आशंकाओं का लुत्फ मत उठाइए, न इससे कोइ वोट बैंक बनाइए. कोई रास्ता यदि हो सकता है, तो उसे निकालकर बात समाप्त कर दीजिए.’
राजपूत करणी ससेना फिल्म का विरोध कर रही है क्योंकि वो नहीं चाहते कि इस फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर के तथ्यों को पेश किया जाए. उनका आरोप है कि फिल्म में असली तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है.
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