नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्षी दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की। इस मामले में प्रदेश के हालातों को लेकर विपक्षियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा की। प्रतिनिधि मंडल की मांग थी कि जम्मू कश्मीर में पैलेट गन का उपयोग नहीं होना चाहिए। इसे प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में विपक्षी नेताओं ने ज्ञापन दिया।
प्रधानमंत्री से भेंट के बाद उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा कि जम्मू-कश्मीर को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाया जाए। उन्होंने राज्य में शांति और सुरक्षा बहाली की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि आखिर राज्य में जमीनी हालात क्या हैं। उन्होंने निवेदन किया कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें।
गौरतलब है कि 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया। जिसके बाद घाटी में हालात बेहद खराब हो गए हैं। हिंसा और उपद्रव रोकने के दौरान आंसू गैस के गोली से एक 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार अब्दुल माजिद 25 वर्ष की चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। प्रधानमंत्री से मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू - कश्मीर की स्थितियों से परिचित करवाया गया।