नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र ने भारत में पिछले दो दशकों में हुई प्राकृतिक आपदाओं पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमे हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्राकृतिक आपदाओं के चलते, पिछले दो दशकों में भारत को 6 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है. संयुक्त राष्ट्र कार्यालय आपदा जोखिम में कमी (यूएनआईएसडीआर) के नोटिस में उल्लेख किया गया है कि मुख्य रूप से भारत जैसे निचले-मध्य देशों में सूनामी, बाढ़ और तूफान जैसी भयानक प्राकृतिक घटनाओं की आवृत्ति और गंभीरता बढ़ रही है.
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रिपोर्ट में बताया गया है कि 1998 से 2018 तक दुनिया भर में प्राकृतिक आपदाएं आई हैं, लेकिन भारत उन शीर्ष पांच देशों में से एक है, जिसने सबसे ज्यादा आर्थिक क्षति झेली है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में 1998 से पहले के 20 वर्षों की तुलना में कुल आपदा नुकसान में 120 फीसदी की वृद्धि हुई है.
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यूएनआईएसडीआर ने कहा कि 1998 से 2017 के बीच 6,600 से अधिक जलवायु से संबंधित आपदाएं हुईं, जिसमें 1.3 मिलियन लोग मारे गए, साथ ही इन आपदाओं ने भी 4.4 अरब लोगों को भी घायल और बेघर करके छोड़ा. आपको बता दें कि फ़िलहाल में भी भारत के ओडिशा राज्य में तितली नामक तूफ़ान ने तबाही मचा रखी है.
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