उन्नाव: गैंगरेप मामले में सीबीआई ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लिया है. इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार तड़के बीजेपी विधायक को घर से हिरासत में लिया. सीबीआई की सात सदस्यों वाली टीम अब विधायक से लगातार पूछताछ कर रही है. केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश मंजूर करते हुए गुरुवार की शाम इस केस की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से कराने का आदेश जारी किया था. इससे पहले हाई कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. आज सुबह उन्नाव पहुंची सीबीआई की जांच टीम ने हिरासत में लिए गए बीजेपी विधायक से मामले को लेकर सवालात करना शुरू कर दिए है जो फ़िलहाल जारी है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद पीड़ित लड़की की बहन ने आरोपी विधायक की गिरफ्तारी की मांग की थी. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मेरे पिता को मारने वाले और इस साजिश को रचने वालों को फांसी होनी चाहिए. बता दें, चौतरफा दबाव के बाद यूपी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, जिसे केंद्र ने मंजूर कर लिया था. बता दें, गृह विभाग ने पीड़िता के पिता की मौत की जांच की सिफारिश भी सीबीआई से की है. इस मामले में उन्नाव जिला अस्पताल के 2 डॉक्टर सस्पेंड किए गए हैं. इसके अलावा जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर गाज गिरी है. इनपर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है. पास्को एक्ट के तहत बीजेपी विधायक पर कार्यवाही की गई. बीजेपी विधायक पर सीबीआई ने धारा 363, 366, 376, 506 के तहत तीन केस दर्ज किये है.
वहीं, सीओ सफीपुर कुंवर बहादुर सिंह भी लापरवाही के आरोप में सस्पेंड किए गए हैं. बता दें, इस मामले में लापरवाही बरतने को लेकर यूपी सरकार सबके निशाने पर है. मामला अब देश व्यापी सियासत और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के चलते बेहद संजीदा हो गया है और पहले से हाशिये पर आ चुकी यूपी सरकार और यूपी पुलिस अब हर कदम फूंक फूंक कर रखना चाहती है. मामला सीबीआई के हवाले हो चूका है.
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