प्रदेश सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि राज्य के गांव में लोगों तक मूलभूत सुविधा पहुंचाई जाए लेकिन अभी भी दूरदारज गांव के लोगों को इन सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है. कोंडागांव से एक खबर ने लोगों का ध्यान अपनी और खिंचा है. दअरसल यहां एक व्यक्ति को अपने बीमार बेटे का इलाज करने के लिए उसे डोला में बैठा कर लगभग 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. बताया जाता है कि गांव में मोबाइल नेटवर्क कि सुविधा भी नहीं है.
मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं होने के चलते ग्रामीणों को अपने बीमार परिजनों को डोला में बैठा कर पैदल ले जान पड़ रहा है. इस तरह की एक खबर मंगलवार को मर्दापाल से 10 किमी दूर मटवाल कुधूर मार्ग से भी आयी. इस तरह की समस्या को लेकर गांव वालों का कहना है कि 108 एंबुलेंस सुविधाओं का लाभ वो नहीं ले पा रहे है. अगर गांव में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा रहती तो 108 एंबुलेंस की सुविधा का लाभ वो ले सकते थे.
तीन महीने पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने धनौरा गावं में एक सभा के दौरान मर्दापाल में मोबाइल टावर लगाने की बात कही थी लेकिन अभी तक ग्रामीणों को ये सुविधा नहीं मिल सकी है. गांव वालें अब विकास यात्रा के दौरान अपनी मांग रखने की तैयारी में है.
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