नई दिल्ली: देश में भले ही जगह-जगह शराब के हानिकारक होने के विज्ञापन लगाए जा रहे है और सरकारों द्वारा देश में शराब की खपत में कमी आने के दावे किये जा रहे हो लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की हालिया रिपोर्ट इन सभी दावों को सिरे से नकारते हुए नजर आ रही है। डब्ल्यूएचओ की हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में शराब की प्रति व्यक्ति खपत पिछले 11 सालों में दोगुनी हो गई है।
जानिए क्या है खूबसूरती को निखारने के टिप्स
दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा दुनिया भर में शराब की खपत और इससे होने वाले नुकसान को लेकर हाल ही में एक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक देश में साल 2005 में जहाँ प्रति व्यक्ति खपत 2.4 लीटर थी तो वही साल 2016 में यह खपत बढ़कर 5.7 लीटर प्रति व्यक्ति हो गई है। इस तरह से पिछले 11 सालों में देश में शराब की प्रति व्यक्ति खपत दोगुनी से ज्यादा हो गई है।
फैटी लीवर की समस्या को दूर करता है लहसुन
डब्ल्यूएचओ की इस रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि अगर इसी तरह से शराब की खपत बढ़ते गई तो अगले 15 सालों में यानी साल 2025 तक भारत में प्रति व्यक्ति शराब की खपत में 2.2 लीटर की अतिरिक्त वृद्धि और हो जाएगी। इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में शराब और अन्य नशीले पदार्थों की खपत में पिछले कुछ सालों में सबसे जयादा वृद्धि एशिया में ही आई है। इसके बाद इंडोनेशिया और थाईलैंड इस मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर है।
ख़बरें और भी
अगर आप भी पीते हैं शराब, तो WHO की ये रिपोर्ट उड़ा देगी आपके होश