हर धर्म के लोग अपना-अपना त्यौहार मनाते हैं ऐसे में आज से मुसलमानो का त्यौहार शुरू हो गया है जिसे सभी रमजान कहते हैं. जी हाँ, रमजान को लोग इबादत का महीना कहते हैं जो सभी के लिए ख़ास होता है. इस समय मुस्लिम समुदाय के लोग एक अलग ही रंग में रंगे हुए नजर आते हैं. आज से रमजान शुरू हो चुका है और आज से इबादत का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए शुरू हो गया. रमजान में मुस्लिम समुदाय बंदगी करते है क्योंकि कहा जाता है कि इस समय बंदगी करने से अल्लाह हर शख्स की ख्वाहिश पूरी कर देता हैं. मुस्लिम समुदाय के लोए रमजान के महीने में रोजा रखते है और उस दौरान वह कुछ नहीं खाते. मुस्लिम समुदाय में रमजान को बहुत ख़ास माना जाता है क्योंकि इस वक्त इस्लामिक पैगम्बर मोहम्मद के सामने कुरान की पहली झलक दिखाई गई थी और उनके लिए यह मौका एक जश्न का मौका था.
रमजान एक अरेबिक शब्द है जो रमीदा और रमद शब्द को मिलाकर बनाया गया है. रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह के प्रति अपने प्रेम और अपनी कृतज्ञता को दर्शाने के लिए रोजा रखते हैं. जो लोग रोजा रखते हैं वह सुबह सूरज उगने से पहले थोड़ा बहुत खा लेते है और बाकी पूरा दिन भूखे रहते हैं. सुबह के खाने को मुस्लिम समुदाय में सुहूर (सेहरी) कहा जाता है और उसके बाद जब वह शमा ढलने से पहले खाना खाते है तो उसे इफ्तार कहा जाता है. आज से रमजान का महीना शुर हो चुका हैं आज से लोगों ने रोजा रखना शुरू कर दिया है. रमजान रखने वालों के लिए चाँद का एक अलग महत्व होता है और यह त्यौहार तीस दिन का होता है.
''माहे रमजान'' खुदा की इबादत का महीना