नई दिल्ली: ऐसा कहा जाता है कि 14 -15 साल के बच्चो के साथ माता-पिता को एक दोस्त की तरह व्यवहार करना चाहिए, जिससे बच्चे इस बढ़ती उम्र में अपने साथ हुई किसी भी तरह के किस्से को अपने माता-पिता के साथ शेयर कर सके,
14 - 15 साल की उम्र एक ऐसी उम्र होती है जिसमे बच्चा हर तरह की चीजों से धीरे-धीरे अवगत होता है, चाहे वो sex से संबंधित चीजे हो या कुछ और, इस उम्र में माता-पिता का यह फर्ज होता है कि, वो अपने बच्चो से वह सारी चीजे शेयर करे जो उन्हें किसी बाहर वाले से सुनने को मिल सकती है, ऐसा करने से आप सिर्फ सेक्स से संबंधित बाते नहीं, बल्कि अपने जीवन के तजुर्बे भी शेयर कर सकेंगे, साथ ही बच्चे अपने ज़हन में आए प्रश्नो को भी आपसे बिना किसी हिचकिचाहट के पूछ सकेंगे, जिसका सटीक जवाब आप बच्चो को दे पाएंगे और उनके काफी करीब हो जाएंगे.
यही एक उम्र होती जब बच्चा फिल्मो, टीवी सीरियल और अपने इर्द-गिर्द चीजों को फील करने लग जाता है, ऐसे में अगर माता-पिता अपने बच्चो के साथ एक दोस्त की तरह पेश आएंगे तो, उनके ज़हन में उठे हर विषय से संबंधित प्रश्नो का सही से जवाब देंगे, तो बच्चे उन सभी चीजों से दूर रहेंगे, जिससे हर मां-बाप अपने बच्चो को दूर रखना चाहता है.
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