भोपाल: व्हाट्सएप्प पर फेक न्यूज़ और भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ अब प्रशासन ने सख्त कार्यवाही करना शुरू कर दिया है, अगर आप भी किसी व्हाट्सएप्प ग्रुप के एडमिन हैं या फिर किसी ऐसे ग्रुप के सदस्य हैं, जिसमे आपत्तिजनक मेसेजेस आते हैं तो तुरंत उस ग्रुप से बहार निकल जाइए, वरना आपको भी जेल जाने की नौबत आ सकती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से. राजगढ़ के तालेन कस्बे में रहने वाले जुनैद खान को पुलिस ने 14 फरवरी को आईटी एक्ट और आईपीसी के सेक्शन 124 ए के तहत गिरफ्तार किया था.
व्हाट्सएप: फेक न्यूज़ वाले हो जाएं सावधान
राजगढ़ का जुनैद मात्र इस वजह से जेल में है, क्योंकि गलती से वह उस ग्रुप का एडमिन बन गया था, जिसमे एक दूसरे व्यक्ति इरफ़ान ने आपत्तिजनक पोस्ट फॉरवर्ड किए थे. कुछ लोगों ने इसे देखा और इसकी शिकायत पुलिस को कर दी.पुलिस ने ग्रुप एडमिन और इरफ़ान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली. पुलिस ने जब जांच शुरू की तब जुनैद ग्रुप का एडमिन था, इसलिए जुनैद को गिरफ्तार कर लिया गया.
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हालाँकि इस मामले पर जुनैद के परिवार का कहना है कि जुनैद निर्दोष है, जब ये पोस्ट फॉरवर्ड हुआ तो जुनैद रतलाम गया हुआ था, लेकिन इस पोस्ट के बाद ग्रुप के एडमिन ने लेफ्ट कर दिया, जिससे व्हाट्सएप्प ने जुनैद को डिफ़ॉल्ट एडमिन बना दिया. परिजनों ने बताया कि इस आरोप के कारण जुनैद परीक्षा भी नहीं दे पाया है. फिलहाल जुनैद और इरफ़ान दोनों पुलिस की हिरासत में है, पुलिस ने दोनों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर रखा है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि जुनैद के घर वालों ने पहले यह नहीं बताया था कि जुनैद डिफ़ॉल्ट एडमिन था, अब उन्हें इसे साबित करने के लिए अदालत में सबूत पेश करने होंगे.
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