भारत ही नहीं दुनिया का हर मुल्क भ्रष्टाचार की बीमारी से ग्रसित है. भ्रष्टाचार पर निगाह रखने वाले अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के अनुसार भारत का स्थान अब चीन और भूटान के बाद आता है, रिपोर्ट पर एक नज़र -
पिछले साल की रिपोर्ट में भारत 79वें स्थान पर था. सूचकांक तैयार करने के लिए देशों को विभिन्न मापदंडों पर 0 से 100 के बीच अंक दिए जाते हैं, सबसे कम अंक सबसे अधिक भ्रष्टाचार होने का संकेत माना जाता है.
इस लिस्ट के मुताबिक न्यूजीलैंड सबसे कम भ्रष्ट देश है. न्यूजीलैंड को 89 अंकों के साथ लिस्ट में टॉप पर रखा गया है.
वहीं 88 अंकों के साथ डेनमार्क दूसरे और 85 अंकों के साथ फिनलैंड तीसरे पायदान पर है.
सबसे ज्यादा भ्रष्ट देश के मामले में सोमालिया को सिर्फ 9 अंक मिले हैं जो कि लिस्ट के सबसे आखिर में 180वें स्थान पर है.
चीन और भूटान की तुलना में भारत ज्यादा भ्रष्ट देश है.
उसका प्रदर्शन पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी मुल्कों से बेहतर रहा है.
संगठन ने भ्रष्टाचार सूचकांक 2017 में भारत को 40 अंकों के साथ 81वें स्थान पर रखा है.
जहां तक भारत के पड़ोसी देशों की बात की जाए तो इस सूची में पाकिस्तान को 117वें, बांग्लादेश को 143वें, म्यांमार को 130वें और श्रीलंका को 91वें स्थान पर रखा गया है.
भारत के पड़ोसी देशों में भूटान का स्कोर सबसे अच्छा 67 अंक रहा है, वह सूची में 26वें स्थान पर है.
चीन 41 अंक के साथ इस सूची में 77वें स्थान पर है.
यह सूचकांक शून्य से 100 अंक के मानक पर सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार को लेकर विशेषज्ञों और कारोबारी लोगों की राय पर आधारित है.
संस्थान की ताजा रिपोर्ट ग्लोबल करप्शन इंडेक्स-2017 में देश को 81वें स्थान पर रखा गया है .
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