आप सभी को बता दें कि भारत देश एक ऐसा देश है जहां पर कई धर्म, कई तरह की संस्कृति है और इन्हीं धर्मो में से एक धर्म है- हिंदू धर्म. बहुत से लोग हिन्दू धरम को मानते हैं और इस धर्म में अनेक रीति-रिवाज, परंपराएं है जो दुनिया भर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है. ऐसे में इस धर्म में अनेक जातियां, उपजातियां है जिनके अपने रिवाज, खान-पान औप परंपराएं है और इन्ही में शामिल है एक समाज जिसका नाम है ब्राह्मण समाज. आप सभी को बता दें कि ब्राह्मण समाज एक ऐसा समाज है जिसे हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा माना जाता है और साथ ही इनकी पूजा की जाती है. ऐसे में आप सभी ने देखा होगा कि ब्राह्मण अक्सर प्याज और लहसुन आदि से परहेज करते करते हैं लेकिन क्यों यह बात बहुत कम लोग जानते हैं तो आइए आज हम बताते हैं.
आयुर्वेद के अनुसार खाद्य पदार्थो को तीन भागों में बांटा गया है जो निम्न है
1. सात्विक जिसके अंदर शांति, संयम, पवित्रता और मन की शांति के गुण आते है
2. राजसिक इसमें जुनून और खुशी के गुण आते है।
3. तामसिक इसमें जुनून, क्रोध, अंहकार और विनाश के गुण आते है।
कहते हैं कि ब्राह्मण लोग लहसुन और प्याज अंहिसा के चलते नहीं खाते है, क्योंकि यह सब पौधे राजसिक और तामसिक रूप में बांटे गए थे जिनका मतलब है कि जुनून और अज्ञानता में वृद्धि करते है इस वजह से ब्राह्मण लोग इनसे परहेज करते हैं.
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