आई टि्वचिंग यानी आंखों का फड़कना, यह कभी भी हो सकता है, लेकिन क्या आप जानते हैं इसके क्या कारण हैं, अगर नहीं तो आज हम आपको आंख फड़कने के वास्तविक कारणों से अवगत कराने जा रहे हैं.
1-पलक फड़कना एक आम लक्षण होता है. इसमें आंखों के आस-पास की मांसपेशियां खुद संकुचित होती हैं जिससे उलझन और परेशानी तो काफी होती है, लेकिन कोई नुकसान नहीं होता. थोड़ी बहुत देर के बाद ऐसा होना अपने आप बंद भी हो जाता है. इसके सही कारणों के बारे में मतों में विभेद हैं, लेकिन नेत्र विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका संबंध थकान, नींद की कमी, कैफ़ीन के अधिक इस्तेमाल, कम रोशनी में काम करने या देर तक कम्प्यूटर पर काम करने आदि से हो सकता है.
2-कई विशेषज्ञों का मानना है कि बहुत ज्यादा कैफीन और शराब भी आंख फड़कने का कारण हो सकते हैं. तो यदि आप कैफीन (कॉफी, चाय, सोडा पॉप, आदि) और / या शराब का सेवन अधिक कर रहे हैं तो आपको ये समस्या हो सकती है.
3-आंख फड़कना बंद करने के लिये हाइड्रेटेड बने रहें, ज्यादा नींद लें, जोर-जोर से पलकें झपकाने से शुरू करें, आंखों की बेहद कोमलता से मसाज करें, पलकों को 30 सेकेण्ड्स तक झपकायें, अपने आँखों को अर्ध-खुली अवस्था में लायें, आँखों का व्यायाम करें, अपने आपको ऐक्यूप्रेशर मसाज दें, आंखों के हाइड्रोथिरेपी टेक्नीक को आजमायें. यदि आंखों का फड़कना एक सप्ताह से अधिक तक रहे या यदि ऐंठन से चेहरे की अन्य मांस-पेशियों को भी असर हो रहा हो तो आंखों के डाक्टर से मिलें.