wikileaks ने एप्पल के प्रोडक्ट पर एक नया खुलासा करते हुए बताया है कि इसे संस्था ने सीआईए के कुछ गोपनीय दस्तावेज का हवाला देते हुए बताया कि अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए व्हाट्सएप्प या टेलीग्राम जैसे इंस्टेंट मेसेजिंग पर सेंध लगा सकते है,रिपोर्ट के मुताबिक कई बार कंपनियों ने ऐसा किया भी है,
Wikileaks ने Vault 7 सीरीज जारी की , जिसके एक पार्ट में सेंट्रल एजेंसी द्वरा यूज़ की जाने वाले हैकिंग के तरीके को बताया गया है, किस तरह से सीआईए के इन्टेलीजेंट्स एप्पल मैक ऑपरेटिंग सिस्टम ओर iOS डिवाइस को टारगेट किया जाता है, ऐसी ताजा लीक के अनुसार अगर यूज़र्स फैक्ट्री रिसेट भी कर दे तो भी हैकर्स उनकी डिवाइस में सेंध लगा पायेंगे,
wikileaks के अनुसार ये बात सामने आयी है कि सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसीय ने 2008 में iphone को टारगेट करना चालू किया है, इसके लिए एजेंसी ने खास प्रकार का मैलवेयर बनाया है ज्योकि एप्पल के फेरमवेयर यानि सॉफ्टवेर को टारगेट कर पता है, एक बार यदि यह इनफैक्ट होने के बाद चाहे MacOS या iOS को दुबारा इनस्टॉल भी कर लगे तो इसमें उपस्थित मैलवेयर को खत्म नहीं किया जा सकता है,
wikileaks के मुताबिक जारी किये गए दस्तवेजो में यह भी बताया गया कि एप्पल ओर मैक डिवाइसों में सेंध लगाने के लिए किस तकनीक का उपयोग लिया जाता है,
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