सरकार द्वारा प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को खत्म करने की घोषणा के निर्णय ने प्याज की कीमतों को और भड़का दिया है .इस कारण लासलगांव मंडी में प्याज का भाव हफ्ते के पहले दिन ही करीब 500 रुपये प्रति क्विंटल उछाल गया है.क्या इसका मतलब यह समझें कि प्याज एक बार फिर खरीदारों को रुलाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार पिछले महीने प्याज के थोक भाव में करीब 50 फीसदी की भारी गिरावट आ गई थी.सरकार ने हाल में प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को खत्म करने की घोषणा कर दी जिससे लासलगांव मंडी में प्याज का भाव हफ्ते के पहले दिन ही करीब 500 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गया है.लासलगांव मंडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्याज के दाम मंडी में इसकी आवक बढ़ने से घटे थे, लेकिन प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को हटाने से थोक मंडी में कीमतें फिर से बढ़ने लगी है.
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने हाल में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को खत्म कर दिया.अब बिना न्यूनतम निर्यात मूल्य के निर्यात किया जा सकता है. इसका कारण यह है कि प्याज उत्पादक दो प्रमुख राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात से नई फसल की पैदावार मंडियों में आने से प्याज की कीमतों में तेजी आने की संभावना कम ही है. लेकिन बाजार के उतार चढाव का कोई भरोसा नहीं है.
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