21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाने वालीं भारतीय महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा है कि वह अपने खेल में सर्वश्रेष्ठ बनने के मिशन पर काम कर रही हैं. बता दें कि चानू ने गुरुवार को 48 किलोग्राम भारवर्ग में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है.
कॉमनवेल्थ गेम्स की आधिकारिक वेबसाइट पर चानू के हवाले से कहा गया है कि 'मैं यहां अपना ही रेकॉर्ड तोड़ने के लक्ष्य से आई थी और मैंने इस लक्ष्य को हासिल किया.' उन्होंने कहा, 'मैं रियो ओलिंपिक में पदक न जीतने से निराश थी. इसलिए, मैंने इस खेल में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने को ही अपना मिशन बना लिया.'
गौरतलब है कि भारत की 23 वर्षीया भारोत्तोलक चानू ने स्नैच में 86 का स्कोर किया और क्लीन ऐंड जर्क में 110 स्कोर करते हुए कुल 196 स्कोर अपने नाम किए. इसी के साथ उन्होंने भारत को अपना पहला गोल्ड मैडल दिला दिया. चानू ने कहा, 'मैं अपनी सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी हूं. मुझे हमेशा से अपने ही रेकॉर्ड को तोड़ने की लालसा रही है, ताकि मैं अपने खेल में आगे बढ़ती रहूं. वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद मैंने मेलबर्न में शारीरिक और मानसिक रूप से प्रशिक्षण किया. मैं अपनी उपलब्धि से काफी खुश हूं.'
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