हर साल 5 जून को विश्वभर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. ऐसे में प्रकृति को बचाने के लिए ना जाने कितने ही प्रयास है जो हमारे द्वारा किए जाने चाहिए लेकिन छूटते जा रहे है. प्रकृति हमें बहुत कुछ सिखाती है और प्रकृति की हर एक चीज़ हमें बहुत कुछ सिखाती है फिर वो कोई जानवर हो या को वास्तु. आज हम आपको कुछ जानवरों के बारे में बताने जा रहे है जो हमे बहुत कुछ सिखाते है और उनसे हमे वह सीख लेनी भी चाहिए. जानवर आज के समय में धीरे-धीरे हमारी पृथ्वी से विलुप्त होते जा रहे है और उसकी वजह से दूषित पर्यावरण. आजकल पर्यावरण बहुत प्रदूषित हो चला है जिसकी वजह से हमारे साथ ही जानवरों को भी नुक्सान हो रहा है, वहीं जानवर जो हमें बहुत कुछ सिखाते है. आइए बात करते है उनके बारे में.
चीटियाँ - इनसे आप ये सीख सकते है कि कैसे हज़ारों बार असफल होने के बाद भी अपने लक्ष्य को पाया जा सकता है, कैसे हार ना मानकर परिश्रम से, प्रयास से अपने लक्ष्य को हांसिल किया जा सकता है.
बाज - आसमान में उड़ता हुआ बाज हमे यह सिखाता है कि कैसे ऊँचे हौसले बनाकर एक नई राह हांसिल की जा सकती है और राह में आने वाली रुकावट को कैसे दूर किया जा सकता है.
पपीहा - आत्मसम्मान के साथ जीने की कला आप पपीहे से सीख सकते है.
मधुमक्खी - मेहनत करना आप इनसे सीख सकते है क्योंकि ये सुबह से उठकर रात के सोते समय तक केवल मेहनत करती है और थकती भी नहीं है. ये सिखाती है कि अगर आपके अंदर उत्साह है तो आप सफलता को हांसिल कर सकते है.
इसी तरह हर जानवर, हर कीट, हर पक्षी, हर पेड़, हर पौधा हमे कुछ ना कुछ सिखाता है तो हम कैसे उनके जीवन को खत्म होने दे सकते है हम क्यों पर्यावरण को नष्ट होने दें. हमे हमेशा पर्यावरण को बचाने में कार्यरत रहना चाहिए.
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