इंदौर : दो साल पहले हुए कविता रैना हत्याकांड की शनिवार को सुनवाई हुई, इस मामले में कई सवाल खड़े हो गए है, 2015 के इस मामले की सुनवाई में टीआई और जांच अधिकारी के बीच बातचीत में कहा गया कि आरोपी की गिरफ्तारी महीनो बाद क्यों की गयी. 24 अगस्त 2015 को कविता रैना स्कूल गए बच्चे को लेने गई थी, उसके उस दिन घर नहीं लौटने पर परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
उल्लेखनीय है कि इंदौर के कनाड़िया रोड स्थित मित्रबंधु नगर निवासी कविता रैना 24 अगस्त 2015 को स्कूल गए बच्चे को लेने गई थी, उस दौरान आरोपी महेश बैरागी कविता को सूट का नाप देने के बहाने रूम में ले गया और उसके साथ गलत काम करना चाहा, विरोध करने पर महेश ने उसके छह टुकड़े कर दिए थे. हाई कोर्ट ने अक्टूबर 2016 में जल्द सुनवाई कर निराकरण के निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है. शनिवार को विशेष न्यायाधीश बीके द्विवेदी के समक्ष भंवरकुआं थाने के तत्कालीन और वर्तमान में लसूड़िया थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी से सीनियर एडवोकेट यादव ने मामले की जांच की और कहा की आरोपी महेश बैरागी की गिफ्तारी हत्या के इतने महीनो बाद क्यों की गयी.
बता दे कि पुलिस ने महेश बैरागी को पहले केवल संदिग्ध माना था जिसके बाद उसे 14 सितंबर 2015 और 2 अक्टूबर 2015 को पूछताछ के लिए बुलाया गया था.