नई दिल्ली : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को सीताराम येचुरी को फिर से अपना महासचिव निर्वाचित कर लिया. इसके अलावा इस बैठक में पार्टी कांग्रेस की 95 सदस्यीय केंद्रीय समिति भी चुनी गई. नतीजों के बाद स्पष्ट हो गया कि पार्टी भी येचुरी के साथ है .
उल्लेखनीय है कि पहले यह कहा जा रहा था कि केंद्रीय कमेटी पूर्व सचिव प्रकाश करात के साथ है, जबकि पार्टी कांग्रेस सीताराम येचुरी के साथ होने की बात कही जा रही थी. खास बात यह रही कि येचुरी को अपना मसौदा पेश करने का मौका नहीं मिला, लेकिन फिर भी उन्होंने अपना मत पार्टी के सामने रख दिया था .बता दें कि उनका यह मत जनवरी माह में ही खारिज हो चुका था.
मिली जानकारी के अनुसार पार्टी कांग्रेस की इस बैठक में 786 सदस्यों में से 390 से ज्यादा सदस्यों ने सीताराम येचुरी का समर्थन किया.खास बात यह रही कि इन सभी सदस्यों ने कांग्रेस से गठबंधन के पक्ष में अपने विचार प्रकट किए. ऐसे में इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि निकट भविष्य में कांग्रेस और कामरेड गठबंधन कर एक साथ चुनाव लड़ते नजर आए . पीएम मोदी से मुकाबला करने के लिए यह जरुरी भी है
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