धनबाद : पीएम मोदी की कोशिश रहती है कि जहाँ तक संभव हो वे खुद से जुड़ी जन अपेक्षाओं को पूरा करने की कोशिश करते हैं. ऐसा ही एक मामला धनबाद की 103 वर्षीया शरबती देवी का सामने आया है , जिन्होंने पिछले पांच दशकों से अपने भाई को खोने के बाद राखी नहीं बाँधी थी. उनके बेटे ने यह कहानी बताते हुए पीएम को पत्र लिख नरेंद्र मोदी को राखी बांधने की इच्छा जाहिर की तो पीएम मोदी ने उसे सहर्ष किया.
उल्लेखनीय है कि शरबती देवी ने करीब 50 साल पहले अपने भाई को खो दिया था. तब से उन्होंने किसी को राखी नहीं बाँधी थीं. उनके बेटे ने यह कहानी पीएम को पत्र लिख कर कहा कि उनकी मां पीएम को राखी बांधना चाहती हैं. इस पर पीएम मोदी ने उन्हें आमंत्रित किया. सोमवार को जब सारे देश में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया गया, तब शरबती देवी ने भी पीएम मोदी को राखी बाँधी और 50 साल बाद शामिल हुई.
उल्लेखनीय है कि शरबती देवी मूल रूप से भूटान के कलिंपोंग की निवासी हैं. अब धनबाद में रहती हैं. यहां उनका बेटा मोहन अग्रवाल और पोता मनीष अग्रवाल जीविकोपार्जन होटल चलाते हैं. शरबती देवी के भाई पांच दशक पहले लापता हो गए थे. हालाँकि वे पूर्व पीएम वाजपेयी को भी भाई मानती थीं, लेकिन उनसे कभी मिलने का मौका नहीं मिला . अब उन्होंने मोदी को भी अपना भाई मानते हुए उन्हें राखी बाधने की इच्छा जताई थी, जो पूरी हुई.
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