एक बड़ी खामी सोशल मीडिया साइट फेसबुक लेकर सामने आई है. यह गलती फेसबुक के किड्स मैसेंजर एप में मिली है. इस एप में बच्चे केवल उन्हें फेसबुक यूजर्स से चैट कर सकते थे, जिन्हें उनके पैरेंट्स ने अप्रूव किया हो. लेकिन इस एप के ग्रुप चैट सेक्शन में बच्चे अनजान लोगों से भी चैट कर सकते थे, और इसके लिये उन्हें पैरेंट्स के अप्रूवल की जरूरत नहीं है. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से
Netflix : भारतीय यूजर्स के लिए पेश किया अपना सबसे सस्ता प्लान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक ने 2017 में अपने प्लेटफॉर्म पर बच्चों को सुरक्षित माहौल देने के लिये फेसबुक मैसेंजर किड्स एप लॉन्च की थी. 13 साल से कम उम्र वाले बच्चों को ध्यान में रखते हुए यह एप लॉन्च की गई थी. द वर्ज में छपी रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने इसे टेक्निकल एरर बताते हुए सभी पैरेंट्स को नोटिफिकेशन भेजा है. जिसमें कहा गया है कि यह गलती पकड़ में आने के बाद वह ग्रुप चैट को डिसेबल कर रहा है. फेसबुक का कहना है कि हम जल्दी ही इस तकनीकी खामी को ठीक कर लेंगे।मैसेंजर किड्स असल में वीडियो और मैसेंजिग चैट है, जिसे पैरेंट्स की अनुमति के बाद परिजनों और दोस्तों के साथ चैट की जा सकती है. इस एप में पैरेंट्स अपने फेसबुक अकाउंट के जरिये चाइल्ड मैसेंजर किड्स अकाउंट को मैनेज और सेटअप कर सकते हैं.
आज Redmi 7A को इस सेल में 99 रु की कीमत में खरीदने का मौका
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले 100 से ज्यादा बाल स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को सार्वजनिक पत्र लिख कर मैसेंजर किड्स एप को बंद करने की गुजारिश की थी. कानूनविदों और विशेषज्ञों के विरोध के बाद फेसबुक ने इस साल फऱवरी में अपनी एप ‘LOL’ को नहीं बनाने का फैसला किया था, जिसमें बच्चे मनोरंजक पोस्ट शेयर कर सकते थे.
आज भारतीय मार्केट में 2019 BMW 7 होगी लॉन्च, जानिए अन्य खासियत