नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय मुख्यालय में संगठन पर्व को लेकर आयोजित महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हो गई है। इस बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की, जिसमें देशभर के सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री मौजूद रहे। बैठक में पार्टी के आंतरिक संगठन चुनावों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई और आगे की समयसीमा तय की गई।
सूत्रों के अनुसार, 10 जनवरी तक सभी जिलाध्यक्षों का चुनाव पूरा कर लिया जाएगा, जबकि 15 जनवरी तक प्रदेश अध्यक्षों का चयन हो जाएगा। इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसे जनवरी के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में भाजपा को जनवरी के अंत तक नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने की संभावना है। हालांकि, इस समय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो रहा है। सवाल उठता है कि क्या नड्डा को दूसरा कार्यकाल दिया जाएगा, या फिर पार्टी किसी नए चेहरे को यह जिम्मेदारी सौंपेगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो जेपी नड्डा अब भी रेस में सबसे आगे हैं, लेकिन चर्चा यह भी है कि भाजपा आगामी दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नेतृत्व में बदलाव कर सकती है।
वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चर्चा में जो नाम सामने आ रहे हैं, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह, भाजपा कि दिग्गज नेत्री वसुंधरा राजे, और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव प्रमुख हैं। हालांकि, पार्टी में यह परंपरा रही है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन संगठन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति से होता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि किसे यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
यदि जेपी नड्डा को फिर से मौका दिया जाता है, तो यह भाजपा की स्थिरता और वर्तमान नेतृत्व पर भरोसे का संकेत होगा। लेकिन अगर पार्टी कोई नया चेहरा लाती है, तो यह आगामी लोकसभा चुनावों के लिए एक नई रणनीति का हिस्सा हो सकता है। नड्डा, शिवराज, राजे, या भूपेंद्र यादव में से किसे अध्यक्ष चुना जाएगा, यह फैसला पार्टी के अंदरूनी समीकरण और मोदी-शाह की जोड़ी की प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा।
बैठक में अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी को पूरे वर्षभर विशेष तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया। वाजपेयी सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियों और फैसलों जैसे पोखरण परमाणु परीक्षण, कारगिल विजय, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना, ग्रामीण सड़क योजना और किसान क्रेडिट कार्ड को लेकर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य वाजपेयी के योगदान को जन-जन तक पहुंचाना और भाजपा के प्रति जनता का जुड़ाव बढ़ाना है।
बैठक में पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को और अधिक सक्रिय करने और आगामी चुनावों के मद्देनजर जनसंपर्क अभियान तेज करने पर जोर दिया। वरिष्ठ नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि संगठन पर्व पार्टी को और मजबूत बनाने के साथ-साथ चुनावी तैयारियों को धार देने का काम करेगा।