मुंबई: एंटीलिया मामले और मनसुख हिरेन मर्डर केस में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) द्वारा दायर की गई चार्जशीट ने पिछले दिनों कई खुलासे किए थे। इस आरोपपत्र से ही ये बात निकल कर सामने आई है कि एंटीलिया का पूरा मामला पूर्व नियोजित था और मुकेश अंबानी से करोड़ों रुपए वसूलने के लिए यह साजिश रची गई थी। हालाँकि बाद में साजिशकर्ताओं के मनसूबे नाकाम हो गए और NIA के हाथ में मामला जाने के बाद सचिन वाजे को सस्पेंड कर दिया गया।
आरोपपत्र कहता है कि एंटीलिया के बाहर बम वाली गाड़ी खड़ी करने का उद्देश्य आंतक का भय दिखा कर पैसा वसूलना था। बाद में वाजे और उनकी गैंग ने हिरेन की हत्या की, क्योंकि उन्हें लगा अब तो केस NIA के पास चला जाएगा। उन्हें डर था कि यदि NIA ने पूछताछ की तो हिरेन कहीं सारी बातें बता न दे। NIA सूत्रों का कहना है कि अपनी और दूसरों की जेब वसूली के पैसे से भरने के अलावा वाजे बतौर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अपनी पहचान वापस हासिल करना चाहता था और हीरो बनने की चाह रखता था, इसलिए ये सारी साजिश रची गई।
बता दें कि NIA की चार्जशीट में IPC, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और धारा 16 (आतंकवादी अधिनियम), 18 (साजिश), 20 (एक आतंकी गिरोह या संगठन का सदस्य होने के नाते) की कठोर गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम की धाराएँ दाखिल की गई हैं जिसे आमतौर पर UAPA के नाम से भी जाना जाता है।
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