भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उन्हें20 साल की उम्र तक लैदर की बॉल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी इस दौरान उन्होंने बताया था कि, 'जब 20 वर्ष की उम्र में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कदम रखा था. तो उन्हें लाल रंग की एसजी टेस्ट गेंद से खेलने का कोई अंदाजा नहीं था'. बीसीसीआई डॉट टीवी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि,'आप बचपन से क्रिकेट खेल रहे हो. तो आपको खेल के बारे में काफी चीजें पता चल जाती हैं.
लेकिन अगर आपको अचानक कुछ अलग चीज करने को कहा जाए, तो आपके लिए मुश्किल हो सकती है.' उमेश ने काफी एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कहा था कि,'मैंने टेनिस और रबड़ की गेंद से खेलना शुरू किया और जब तक मैं 20 साल का नहीं हो गया, तब तक मैंने क्रिकेट में आमतौर पर इस्तेमाल की जानी वाली गेंद नहीं पकड़ी थी. एक तेज गेंदबाज के लिए यह काफी देर से हुआ था. इसलिए जब ऐसा हुआ, तो मुझे नहीं पता था कि इस गेंद से क्या करूं.
उमेश ने बाते शेयर करते हुए कहा था कि ‘मैं नहीं जानता था कि गेंद को कहां पिच करूं, पहले दो वर्षों में मैं यह नहीं समझ सका कि कब गेंद बाहर जाएगी और कब यह अंदर या फिर सीधी जाएगी.' 29 वर्षीय गेंदबाज ने अपनी रफ्तार से समझौता नहीं किया.
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